UPI Without Internet: अब बिना इंटरनेट के भी कर सकेंगे यूपीआई पेमेंट


क्या है यूपीआई लाइट?
दरअसल, यूपीआई लाइट एक ऑन-डिवाइस-वॉलेट है. जिसमें कस्टमर्स को अपने वॉलेट में बैंक अकाउंट से कुछ फंड डालना होगा. और चूंकि ये एक ऑन-डिवाइस-वॉलेट है तो यूजर्स को रियल- टाइम पेमेंट के लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं पड़ेगी.
upi lite लोगों को न सिर्फ पीक टाइम में बल्कि डाउन टाइम में भी बिना इंटरनेट के ट्रांजेक्शन करने में सक्षम बनाएगा. यह कम वैल्यू वाले ट्रांजेक्शन की तरह काम करता है. यह यूपीआई की तरह ही काम करता है, लेकिन उसकी तुलना में आसान और ज्यादा तेज है. यूपीआई बैंक अकाउंट को सीधे एक्सेस करता है और अकाउंट से ही पैसे भेजता है. वहीं यूपीआई लाइट एक ऑन-डिवाइस वॉलेट की तरह है. इस वॉलेट में यूजर पहले से फंड ऐड करके रख सकते हैं और उस पैसे से लेन-देन कर सकते हैं. इससे पैसे भेजने के लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं पड़ती है.
चूंकि यह एक वॉलेट की तरह काम करता है, तो आपको इंटरनेट से कनेक्ट होकर इसमें पैसे डालने होंगे. उसके बाद आप किसी भी स्थिति में यूपीआई लाइट वॉलेट से लेन-देन कर सकेंगे. हालांकि जिस व्यक्ति को पैसे भेजा जा रहा है, उसके पास इंटरनेट होना जरूरी है, वर्ना उसके पास तुरंत पैसे नहीं जाएंगे.
बाद में जब भी वह व्यक्ति ऑनलाइन होगा यानी उसका इंटरनेट चलने लगेगा, उसे पैसे मिल जाएंगे. एनपीसीआई अभी यूपीआई लाइट को और बेहतर बनाने पर काम कर रहा है. एनपीसीआई चाहता है कि यूपीआई लाइट पूरी तरह से ऑफलाइन काम करने में सक्षम हो जाए, जिसके लिए अभी आरएंडी का काम चल रहा है.
UPI LITE के साथ ये सारे लिमिट
यूपीआई लाइट की एक और खास बात है कि इससे पेमेंट करने के लिए यूपीआई पिन डालने की जरूरत नहीं पड़ती है. यह सीधे आपके वॉलेट में ऐड हुए फंड को एक्सेस करता है और उसी से पेमेंट करता है. यूपीआई लाइट की एक और खास बात यह है कि इससे लेन-देन एक लिमिट में ही कर पाना संभव है. इस वॉलेट में पैसे ऐड करने भी एक लिमिट है.
आप यूपीआई लाइट वॉलेट में ज्यादा से ज्यादा 2000 रुपये ऐड कर सकते हैं और इससे एक बार में अधिकतम 200 रुपये तक का पेमेंट किया जा सकता है. हालांकि रोजाना लेन-देन को लेकर कोई लिमिट नहीं है. एक बार 2000 रुपये यूज कर लेने के बाद आप उसी दिन जितनी बार जरूरत पड़े, उतनी बार 2-2 हजार रुपये ऐड कर सकते हैं.
कौन कर सकता है यूपीआई लाइट का इस्तेमाल?
एनपीसीआई की प्रेस रिलीज के अनुसार, यूपीआई लाइट फीचर को अभी भीम ऐप (BHIM APP) पर इनेबल कर दिया गया है. मौजूदा समय में 8 बैंक जिसमें केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंडियन बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और उत्कर्ष स्माल फाइनेंस बैंक शामिल हैं.


इससे पहले फीचर फोन के लिए यूपीआई की लॉन्चिंग के मौके पर गवर्नर दास ने कहा था कि फीचर फोन के लिए यूपीआई से ग्रामीण इलाकों के वैसे लोगों की मदद होगी, जो स्मार्टफोन अफोर्ड नहीं कर सकते और इस कारण यूपीआई के लाभ से वंचित रह जाते हैं. यूपीआई123पे के जरिए यूजर्स को यूपीआई के स्कैन एंड पे फीचर (Scan & Pay) को छोड़ बाकी सारे फीचर्स मिलते हैं. इसके लिए भी इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं होती है. कस्टमर इस फैसिलिटी का इस्तेमाल कर बैंक अकाउंट को अपने फीचर फोन से जोड़ सकते हैं. भारत में यूपीआई को 2016 में लॉन्च किया गया था. उसके बाद से अब तक यूपीआई के जरिए ट्रांजेक्शन में कई गुना तेजी आई है.
UPI123PAY से केसे करे पेमेंट
नए फीचर को UPI123PAY कहा जाता है और यह IVR नंबर्स, फीचर फोन में ऐप की फंक्शनेलिटी, मिस्ड बेस्ड सर्विस ट्रांजेक्शन और साउंड बेस्ड पेमेंट के जरिए पेमेंट की पेशकश करेगा। इस फीचर का इस्तेमाल करने के लिए आपको इंटरनेट की जरूरत नहीं है। डिजिटल पेमेंट के लिए केंद्रीय बैंक की 24×7 हेल्पलाइन भी है. ऐप के मिस्ड कॉल पेमेंट फीचर का लाभ उठाने का तरीका जानने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें। यह फीचर सिर्फ फीचर फोन यूजर्स के लिए ही नहीं बल्कि इंटरनेट कनेक्टिविटी के नुकसान की स्थिति में स्मार्टफोन यूजर्स के लिए भी है।
स्टेप 1: मर्चेंट आउटलेट पर दिखाए गए नंबर पर मिस्ड कॉल दीजिए।
स्टेप 2: आईवीआर कॉल प्राप्त होने पर फंड ट्रांसफर को कंफर्म करें।
स्टेप 3: वह अमाउंट दर्ज कीजिए जिसे आपको ट्रांसफर करना है।
स्टेप 4: अपना यूपीआई पिन दर्ज कीजिए और फंड ट्रांसफर हो जाएगा।