सुरक्षा उल्लंघन का मामला:सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा बिठाई की गई जांच समिति में न्यायमूर्ति मल्होत्रा के व राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के महानिरीक्षक, चंडीगढ़ (Chandigarh) के पुलिस महानिदेशक, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल और पंजाब पुलिस (Punjab Police) के अतिरिक्त डीजीपी (सुरक्षा) भी शामिल रहे थे.
PM MODI SECURITY BREACH
PM Narendra Modi की सुरक्षा सेंध के मामले को लेकर जस्टिस indu मलहोत्रा की अध्यक्षता वाली कमेटी ने कोर्ट (Court) को अपनी रिपोर्ट सौंप है.
कमेटी की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि पीएम मोदी (PM Modi) की सुरक्षा को लेकर लापरवाही के इस पूरे मामले में पंजाब प्रदेश के पुलिस महकमे (Punjab Police) के आला अफसरों की तरफ से लापरवाही हुई है.
आपको बता दे कि 13 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में 5 सदस्य समिति नियुक्त की थी.
सुप्रीम कोर्ट (SC) ने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा गठित जांच समितियों की कार्रवाई पर रोक लगाकर पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल को राज्य सरकार द्वारा की गई सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था.
सुरक्षा उल्लंघन का मामला:सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा बिठाई की गई जांच समिति में न्यायमूर्ति मल्होत्रा के व राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के महानिरीक्षक, चंडीगढ़ (Chandigarh) के पुलिस महानिदेशक, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल और पंजाब पुलिस (Punjab Police) के अतिरिक्त डीजीपी (सुरक्षा) भी शामिल रहे थे.
Firozepur SSP भी जिम्मेदार;
इस कमेटी ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक के लिए फिरोजपुर (Firozepur) एसएसपी को भी जिम्मेदार ठहराया गया है. रिपोर्ट की जानकारी अपने संज्ञान में लेने के बाद सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने आगे कार्रवाई के लिए रिपोर्ट केंद्र सरकार (Center Government) के पास भेज दी है.
पुलिस वालों को सही ट्रेनिंग देने की सिफारिश
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई जांच समिति में न्यायमूर्ति मल्होत्रा के अलावा राष्ट्रीय जांच एजेंसी के महानिरीक्षक, चंडीगढ़ के पुलिस महानिदेशक, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल और पंजाब पुलिस के अतिरिक्त डीजीपी (सुरक्षा) भी शामिल थे
. वहीं अपनी इस रिपोर्ट में कमेटी ने पुलिस वालों को बेहतर ट्रेनिंग के लिए कुछ सिफारिश भी की है. अब इस मामले पर आगे क्या कार्रवाई होती है इस पर लोगों की नजर रहेगी.
जाने क्या था पूरा मामला :
5 जनवरी, 2022 के पंजाब दौरे के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी( Prime Minister Narendra Modi) की सुरक्षा में चूक के मामले में जांच काफी लंबी खिंची. मामला पंजाब विधानसभा चुनाव के पहले का है. तब पीएम मोदी के काफिले को रोक लिया गया था.
इसे एक गंभीर मामला माना गया था. पीएम मोदी को बगैर कार्यक्रम किए दिल्ली लौटना पड़ा था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जांच के लिए रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अगुआई में जांच कमेटी बनाई थी.
खुफिया रिपोर्ट में क्या है?
टाइम्स नाउ के हाथ लगे एक इंटेल नोट के अनुसार, पंजाब सरकार को खतरे के बारे में पता था मगर कोई ऐक्शन नहीं लिया गया। नोट के मुताबिक, पंजाब सरकार को फिरोजपुर में होने वाली स्मगलिंग के बारे में जनकारी दे दी गई थी।
यह भी बताया गया था कि उनसे पीएम मोदी को कैसा खतरा है। नोट में कहा गया कि चूंकि भारत-पाक सीमा से मुख्य कार्यक्रम स्थल की दूरी 14-15 किलोमीटर है, ऐसे में मोदी के लिए ‘ऑपरेशनल और पोजिशनल’, दोनों तरह के खतरे हैं। नोट में कहा गया है कि उस इलाके में जमीन और हवा के जरिए नारकोटिक्स, आर्म्स और अम्युनिशंस की स्मगलिंग खूब होती है।
गृह मंत्रालय ने जांच को बनाई कमिटी
चूक की जांच के लिए केंद्र ने एक कमिटी का गठन किया गया है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में, गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ‘गृह मंत्रालय (MHA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 5 जनवरी को पंजाब के फिरोजपुर यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। इस चूक के कारण वीवीआईपी को गंभीर सुरक्षा जोखिम का सामना करना पड़ा
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