NIA ने PFI पर अबतक की सबसे बड़ी रेड की है। जिसमें उन्होंने देश के अलग-अलग हिस्सों में पीएफआई की छापेमारी की। जिसमें अभी तक 12 राज्य शामिल हैं। वहीं ईडी ने भी पीएफआई के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। जिसके बाद पीएफआई के 106 लोगों की गिरफ्तारी हो पाई है। आज हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देगे। आखिर पीएफआई क्या है और किस तरह से ये लोगों को ट्रेनिंग देता है। क्यों इसको लेकर देश की सियासत लगातार गर्म होती जा रही है। ऐसा क्या है इसमें जिसको लेकर हर तरफ एक अलग बेचेनी हो रखी है। इन्हीं सभी बातों के बारे में आज हम जानेगे।
PFI क्या है और इसकी फुलफॉर्म


पीएफआई यानि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ये एक इस्लामिक संगठन है। जिसका हमेशा से एक ही बात कहना होता है हक से आवाज उठाना। इसके जरिए लोगों को इस बात के लिए जागरूक किया जाता है कि, आपको हमेशा अपने हक के लिए बोलना चाहिए। इससे आपकी आवाज बुलंद होगी। इसकी स्थापना 22 नवंबर 2006 में हुई। इस संगठन की जड़े केरल के कालीकट से जुड़ी हुई है। वहीं इसका मुख्यालय दिल्ली के शाहीन बाग में स्थित है।
था। जिसमें बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हुआ थे।
PFI ने कहां-कहां पसारे पैर
पीएफआई ने अबतक देशभर के 23 राज्यों में अपने संगठन की नींव रख दी है। वहां रहकर इनके लोग अपनी गतिविधियों को अंजाम दिया करते हैं। उनका मानना है कि, न्याय, स्वतंत्रता और सुरक्षा के लिए हमें हमेशा एक रहना है। इतना ही नहीं वो अब दलितों और आदिवासी लोगों को भी इस संगठन के लिए तैयार कर रहे हैं। ताकि उनपर हो रहे अत्याचारों को खत्म किया जा सके।


पीएफआई का लीडर कौन है [Leader of PFI]
पीएफआई के लीडर का नाम है अबूबकर सिद्दीक। जिसका नाम आरएसएस नेता श्रीनिवास की हत्या के मामले से जोड़ा गया है। पुलिस का कहना है कि, श्रीनिवास की हत्या में पीएफआई का हाथ है।
क्या भारत में PFI प्रतिबंधित है? [PFI Banned]
अभी तक इसपर कोई फैसला नहीं हो पाया है। इसलिए इसपर कोई भी प्रतिबंध नहीं लगाया है। केंद्रिय गृह मंत्रायल ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने के लिए बैठक रखी थी। लेकिन उसमें कोई निर्णय नहीं लिया गया। लेकिन प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण और न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना का कहना है कि, कई राज्यों में इसे प्रतिबंधित किया गया है। देश के कई ऐसे राज्य हैं जहां पर जल्द ही इसे प्रतिबंध किया जाएगा।
मिशन 2047 का क्या है मकसद [Purpose of Mission 2047]
पीएफआई ने भारत में मिशन इस्लाम 2047 तैयार किया गया है। जिसके मुख्य कारण है मुस्लिम लोगों को इक्टठा करके भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना है। इसके लिए कई तरह की प्लानिंग भी की जा रही है। आपको बता दें कि, इसके लिए देश के अलग-अलग कौने से लोगों को चुना जाता है। उसके बाद उन्हें एक विशेष ट्रेनिंग दी जाती है। उसके बाद वो इसके लिए काम करते हैं।
मिशन 2047 में किस तरह चलाई जाती है ट्रेनिंग
एक रिपोर्ट के मुताबिक, मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग के लिए फुलवारीशरीफ में कैंप लगाया गया था। इस ट्रेनिंग कैंप में लोगों को तलवार, चाकू चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है। इसी के साथ उन्हें कई तरह के नारे भी खिखाए जाते है।
मिशन 2047 किन-किन राज्यों में फैला है
मिशन 2047 के ट्रेनिंग कैंप बिहार, केरल, झारखंड, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में फैला हुआ है। उन्हेंन विद्वेष फैलाने की ट्रेनिंग दी जाती है।
मिशन 2047 के ट्रेनिंग कैंप में क्या मिला
पुलिस ने जब यहां छापेमारी तो उसमें पीएफआई के झड़े, पंपलेट्स और भड़काऊ भाषणों की किताबें मिली है। जिसपर इसकी पूरी प्लानिंग की गई है उसका पेपर भी पुलिस को मिला है।
मिशन 2047 की कहां से होती है फंडिंग [Mission 2047 Funding]
आपको बाता दें कि, इसके लिए तुर्की और पाकिस्तना से फंडिंग मिल रही है। अबतक इस फंडिंग के पैसे तीन अकाउंट में ट्रांसफर हए हैं। इसमें 83 लाख रूपये डाले गए हैं। पुलिस का कहना, ये परेशान करने वाली बात है। इसे अगर समय से पहले रोका नहीं गया तो काफी दिक्कते हो जाएगी।
पीएफआई पर छापेमारी [ Raid on PFI]
एनआईए और ईडी ने हाल ही में पीएफआई के तिरुवंतपुरम के ठिकानों पर छापेमारी की है। इस छापेमारी में 4 पीएफआई को हिरासत में लिया गया है। ओमा सलेम, पीएफआई के केरल राज्य चीफ मोहम्मद बशीर, राष्ट्रीय सचिव वीपी नजरूद्दीन और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पी कोया शमिल है। जिन्हें आज हिरासत में लिया गया है।
इसी के साथ दिल्ली समेत और कई राज्यों में छापेमारी की जा रही है। जिसमें महाराष्ट्र के 100 ठिकाने, मध्य प्रदेश, बिहार शामिल है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इससे टेरर फंडिंग को रोका जा सकता है।
तेलंगाना में सील किया गया PFI का ऑफिस
एनआईए ने तेलंगाना के पीएफआई के ऑफिस को सील कर दिया है। जिसके बाद लगातार पीएफआई के कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन जारी है।
कौन से राज्यों से कितने लोगों की हुई गिरफ्तारी
पीएफआई के केरल से 22, महाराष्ट्र से 20, कर्नाटक से 20, आंध्र प्रदेश से 5, असम से 9, दिल्ली से 3, मध्य प्रदेश से 4, पुडुचेरी से 3, तमिलनाडू से 10, उत्तर प्रदेश से 8 और राजस्थान से 2 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
सरकार दबा रही है विरोधियों की आवाज
एनआईए की छापेमारी के बाद पीएफआई महासचिव अब्दुल सत्तार का कहना है कि, फासीवादी शासन द्वारा विरोध करने वाले लोगों की आवाजों को एजेंसियों के इस्तेमाल से दबाया जा रहा है। जिसक एक उदाहरण आधी रात को देखने को मिला। जब केंद्रीय एजेंसियों ने एनआईए और ईडी ने नेताओं के घरों में छापेमारी की।


पीएफआई एक मुस्लिम और दलितों के लिए काम करने वाला संगठन है।
पीएफआई की फंडिंग तुर्की और पाकिस्तान से हो रही है।
पीएफआई के तेलंगाना के ऑफिस को सील किया गया है।
इसको कैवेंडर्स ने खरीदा।
पीएफआई एक चरमपंथी इस्लामी संगठन है।
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