Currency Trading:करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर लोगों को झांसा देकर शातिर ने लगाया करोड़ों का चुना
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करेंसी ट्रेडिंग के नाम लेकर लोगों को झांसा देकर करीब 15 करोड़ की ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड को नोएडा की साइबर सेल थाना पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. पकड़े गए आरोपी ने अपने गैंग के साथ मिलकर GST विभाग से रिटायर कमिश्नर को 15 लाख का चुना लगा दिया था. ये आरोपी मध्यप्रदेश में बैठ कर ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे. नोएडा साइबर सेल थाना पुलिस की SHO रीता यादव ने बताया कि उनके थाने में गाजियाबाद निवासी अशोक कुमार मिश्रा ने करेंसी ट्रेडिंग और डीमैट खाते के माध्यम से 15 लाख की ठगी की FIR दर्ज कराई थी. इस FIR की तफ्तीश के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि मध्यप्रदेश के देवास और इंदौर से इस ठगी को अंजाम दिया जा रहा है.


इसके बाद पुलिस ने सभी सबूत इकट्ठा कर लेने के बाद मध्यप्रदेश के देवास में दबिश दी और देवास की शिमला कॉलोनी से शोएब मंसूरी को गिरफ्तार किया . पुलिस की पूछताछ में जानकारी सामने आई है कि शोएब अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लॉकडाउन के समय से इस ठगी के कारोबार को अंजाम दे रहा था. ये गैंग अब तक देश के अलग-अलग राज्यों के करीब 500 लोगों से 15 करोड़ की ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. अब इसके अन्य साथियों की तलाश के साथ-साथ उनके बैंक खातों के बारे में जानकारी जुटाकर उसे फ्रीज करने की कार्यवाही करने में पुलिस जुट गई है.


नोएडा की पुलिस ने किया अरेस्ट
नोएडा की साइबर क्राइम थाना पुलिस द्वारा करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर डिमेट खाते खुलवा कर ठगी करने वाले शोएब अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर उस से ठगी के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि आरोपी शोएब अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लोगों को ठगने के लिए आमदनी सॉल्यूशन नाम से स्कीम चलता था और इस स्कीम में लोगों से पैसा लगवा कर मोटा मुनाफा कमाने का वादा किया करते थे. इस काम के लिए आरोपियों ने एक दफ्तर खोला और वहा से टेली कॉलिंग करा कर लोगों को आपने झांसे में लिया करते थे. ये लोग नामी कंपनियों से ट्रेडिंग करने वाले लोगों का डेटा चोरी किया करते थे और इनके द्वारा मेटा ट्रेडर्स से मिलते जुलते नाम से 5 मोबाइल ऐप बनाई और उनको प्ले स्टोर पर भी अपग्रेड करा लिया, जिसके बाद इन ऐप में ये आरोपी जो डेटा अपलोड किया करते थे, उस डेटा से पैसा लगाने वाले लोग खुद को मॉनिटर किया करते थे और इन आरोपियों द्वारा सब निवेशकों को मोटा मुनाफा दर्शाया जाता था. जिसके माध्यम से ये सभी ठगी के कारोबार में नित्य नए शिकार फंसाया करते थे.