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ट्रैक्टर के बेकाबू होते ही पूरी ट्रॉली गड्ढे में समा गईं। नीचे पानी भरा था और ऊपर से ट्रॉली गिर गई। सभी लोग उसके नीचे दब गए। इससे 26 जिंदगियां पानी में ही समा गईं। न चीख सके और न ही चिल्ला पाए। करीब एक घंटे तक सभी दबे रहे। जब भारी संख्या में ग्रामीण और पुलिस बल पहुंचा तब ये ट्रॉली हटाई जा सकी। हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी। 26 लोगों की सांसें थम चुकी थी।
घटना स्थल से पहले सभी लोग एक छोटे ढाबे पर रुके थे। जहां पर सभी चाय नाश्ता किया था। यहां से चलने के बमुश्किल एक दो मिनट बाद ही हादसा हो गया। ट्रैक्टर इस कदर बेकाबू हुआ कि चालक संभाल ही नहीं पाया। गड्ढे में बारिश का पानी भरा हुआ था। हादसे के बाद आठ-दस लोग इकट्ठा हुए लेकिन वह भीतर जाकर ट्रॉली उठा नहीं पाए। बाद में लोगों के जुटने पर ट्रॉली हटाकर सभी को बाहर निकाला गया। एक ही परिवार के तीन की मौत : हादसे में ग्रामीण कल्लू की पत्नी विनीता आैर उसके दो बच्चे शिवम व सानवी की भी मौत हो गई।


हादसा देख ग्रामीणों के हाथ पैर फूल गए। पुलिसकर्मी भी सन्न रह गए। तमाम लोग ऐसे थे जिनकी आंखों से आंसू गिरने लगे। वह सकते में आ गए। खासकर कोरथा गांव के रहने वाले। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि इतना भीषण हादसा हुआ और दर्जन लोगों की मौत हो गई।
सीएम योगी ने की अपील
हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लोगों से अपील की कि प्रिय प्रदेशवासियों, ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग सिर्फ कृषि कार्यों और माल ढुलाई के लिए ही करें। इससे सवारियों की ढुलाई कदापि न करें, जीवन अमूल्य है, कृपया लापरवाही न बरतें।
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इनकी हुई मौत
विनीता (36), शिवम (4), सानवी (5), मिथिलेश (50), केसकली (40), पलक (4), अंजली (13), किरन (15), खुशी (16), मनीषा (17), अनीता (35), रामजानकी (60), कलावती(50), तारादेवी (50), रवि (10), जयदेवी (50), छोटू (12), गीता (50), मायावती (50), ऊषा (45), शिवानी (12), रानी (50), सुनीता (15), पार्वती (65), रचना (12) व दिव्या (3)।