ध्यान रखे : अब इन बाइक्स को देखते ही कटेगा चालान
काफी बार लोग जिन्हें मामूली यातायात नियम मानकर तोड़ देते हैं या अनदेखा कर देते हैं, दरसल उन नियमों को तोड़ते हुए पकड़े जाने पर भारी चालान कट सकता है.
काफी से लोग भारत सरकार द्वारा दि गयी नंबर प्लेट बदलने को स्वेग समझते हैं लेकिन उन्हें शायद यह नहीं पता होगा कि नंबर प्लेट को बदलवाना, यातायात नियमों का उल्लंघन होता है.
दरअसल, नंबर प्लेट पर लिखे हुए रजिस्ट्रेशन नंबर का एक निर्धारित फॉर्मेट होता है, उसी फॉर्मेट के तहत यह दोनों चीजें बाइक पर होनी चाहिए. अगर इसमें कोई भी बदलाव पाया जाता है तो आपके वाहन का चालान कट सकता है.
ऐसे में चेकिंग कर रहे पुलिसकर्मी दूर से ही उन वाहनों को पहचान लेते हैं, जिनकी नंबर प्लेट बदली ह , और जैसे ही पुलिश कर्मी उसे देखते हैं तो तुरंत रोक लेते हैं. इसके बाद ऐसे वाहन का चालान काटना लगभग तय समझिए .
क्योंकि नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करने या उसे बदलवाने का कोई भी बहाना शायद ऐसा नहीं हो सकता, जो पुलिसकर्मियों को वाजिब लगे. इसीलिए, अगर आपने अपनी बाइक की नंबर प्लेट बदलवाई है तो सावधान हो जाएं और उसे सरकार द्वारा तय फॉर्मेट में फिर से लगवाएं, वरना जब भी पुलिसकर्मियों द्वारा पकड़े गए तो चालान भरना पड़ सकता है.
इसके अलावा, पुलिसकर्मी उन बाइक्स को भी तुरंत रोक लेते हैं, जिनके राइडर हेलमेट नहीं पहनते हैं. अगर पुलिसकर्मियों ने देखा कि राइडर ने हेलमेट नहीं पहन रखा है तो मानकर चलिए कि वह आपको रोक लेंगे और चालान काट देंगे. हेलमेट नहीं पहनने पर 1000 रुपये का चालान कट सकता है.
वहीं, अगर एक बार पुलिसकर्मियों ने आपको हेलमेट न पहनने के कारण रोका और बाद में उन्हें लगा कि आपने अन्य नियमों का भी उल्लंघन किया है, तो हो सकता है कि वह उनके लिए भी आपका चालान काटें. इसीलिए, सभी यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित चलें
दरअसल, इन दिनों ट्रैफिक पुलिस सिर्फ एक फोटो खींचकर चालान कर देती है. इसके अलावा, जगह-जगह लगे स्पीड कैमरे भी आपको बिना पता लगे चालान कर देते हैं. इसलिए कई बार हमें चालान कटने का पता भी नहीं लगता. हालांकि आप परिवहन मंत्रालय की वेबसाइट echallan.parivahan.gov.in के जरिए इसका पता लगा सकते हैं. यहां हम आपको अपने E-Challan स्टेटस का पता लगाने का तरीका बता रहे हैं.
जब से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) शुरू हुआ है, तब से दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी एक घंटे से भी कम की रह गई है. लेकिन, सभी लोग इस दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. इस एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहनों को चलाने की अनुमति नहीं है
एक्सप्रेसवे पर बढ़ रहे हादसों को देखते हुए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने गाजियाबाद और मेरठ की ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर इस संबंध में निर्णय लिया है. अगर कोई दोपहिया वाहन (जैसे- बाइक या स्कूटर आदि) इस Delhi-Meerut Expressway पर चलते पाए जाते हैं तो ट्रैफिक पुलिस उनका 20 हजार रुपये का चालान काटेगी. स्मार्ट इंटेलीजेंट सिस्टम के जरिए चालान काटे जाएंगे.
गौरतलब है कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर रॉन्ग साइड से आने वाले दोपहिया और तिपहिया वाहनों के कारण कई दुर्घटनाएं हो रही हैं. लेकिन, इसके बावजूद भी लोग समझ नहीं रहे हैं. इसी को देखते हुए NHAI ने यह कदम उठाया. संभावना है कि इसी महीने से चालान काटे जाने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी. प्रशासन ने सभी टोल बूथ पर स्मार्ट इंटेलीजेंट सिस्टम लगा दिया है. अगर कोई प्रतिबंधित वाहन टोल बूथ से गुजरेगा तो स्मार्ट इंटेलीजेंट सिस्टम उसका पता लगा लेगा और फिर उसकी फोटो (नंबर प्लेट के साथ) ट्रैफिक पुलिस के साथ साझा की जाएगी. इसी प्रक्रिया में फिर ट्रैफिक पुलिस उनका चालान काटेगी.
ई-चालान ऑनलाइन कैसे देखें (how to check challan online)
स्टेप 1: सबसे पहले आधिकारिक सरकारी वेबसाइट (https://echallan.parivahan.gov.in/) पर जाएं.
स्टेप 2: ‘Check Online Service’ ऑप्शन पर जाएं और नीचे दिए गए Check Challan Status पर क्लिक करें.
स्टेप 3: आपको एक नए पेज पर भेज दिया जाएगा, जहां आपको चालान संख्या, वाहन संख्या (चेसिस/इंजन संख्या के साथ) या अपना ड्राइविंग लाइसेंस नंबर में से कोई एक चीज दर्ज करनी होगी.
स्टेप 4: आवश्यक जानकारी दर्ज करने के बाद, ‘Get details’ ऑप्शन पर क्लिक करें और सही कैप्चा दर्ज करें.
स्टेप 5: यहां आपको कोई भी पेंडिंग चालान स्टेटस दिख जाएगा. अगर कोई चालान नहीं होगा तो Challan Not Found लिखा होगा.
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