केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने खुद ही आज केंद्र सरकार पर निशाना साध दिया, उन्होंने एक बड़ा बयान देते हुए यहाँ तक कह दिया की सरकार सही समय पर सही निर्णय लेने में असमर्थ दिखाई दे रही है.
मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए गडकरी ने कहा की, किसी भी चीज के निर्माण में समय सबसे महत्वपूर्ण है. उन्होंने याद दिलाया की समय ही सबसे बड़ी पूंजी है. आगे उन्होंने कहा की वर्तमान समय में सबसे बड़ी समस्या यह है कि सरकार समय पर निर्णय नहीं ले पा रही है.
हालांकि, पार्टी के अन्य नेताओं ने इस बयान से किनारा कर लिया और स्पष्ट कर दिया की केन्द्रीय मंत्री के ये शब्द किसी विशेष सरकार के लिए नहीं थे, बल्कि सामान्य रूप से इसमे मौजूदा और पूर्ववर्ती सभी सरकारों के लिए ये शब्द उन्होंने इस्तेमाल किए हैं.
लेकिन अब ये तो आने वाला समय ही बताएगा की गडकरी के ये शब्द दूसरी राजनीतिक पार्टियों को कितना पॉलिटिकल माइलेज प्रदान करते हैं.
गडकरी ने अटल-आडवाणी को किया याद
सरकार पर इस टिप्पणी के कुछ ही देर बाद गडकरी ने नागपुर में एक कार्यक्रम में, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और दीनदयाल उपाध्याय को सत्ता में भाजपा के उदय का श्रेय दिया.
1980 में मुंबई में भाजपा के सम्मेलन में वाजपेयी के भाषण का जिक्र करते हुए, गडकरी ने कहा कि अटलजी ने कहा था कि अंधेरा मिट जाएगा, सूरज निकलेगा और कमल (भाजपा का चुनाव चिन्ह) एक दिन खिलेगा. बता दें कि नितिन गडकरी को पिछले सप्ताह पार्टी के संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया था.
‘कभी-कभी राजनीति छोड़ने का मन करता है’
इससे पहले बीते माह नितिन गडकरी ने घोषणा की थी कि उन्हें कभी-कभी राजनीति छोड़ने का मन करता है क्योंकि जीवन के लिए और भी बहुत कुछ है.
उन्होंने इस बात पर भी अफसोस जताया कि आजकल राजनीति सामाजिक परिवर्तन का माध्यम बनने से ज्यादा सत्ता में बने रहने के बारे में है. नितिन गडकरी इन हालिया बयानों के बाद से सियासी गलियारों में कयासों का दौर शुरू हो गया है.
नितिन गडकरी ने की बड़ी घोषणा
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि चार सड़क परियोजनाओं के लिए धन जुटाने को सरकार अगले महीने पूंजी बाजार का रुख करेगी.
उन्होंने कहा कि यह धन अवसंरचना निवेश ट्रस्ट (इनविट) के जरिये जुटाया जाएगा और खुदरा निवेशकों के लिए इसमें 10 लाख रुपये की निवेश सीमा होगी.
गडकरी ने उद्योग मंडल फिक्की के एक कार्यक्रम में कहा, ‘हम चार सड़क परियोजनाओं के लिए पूंजी बाजार का रुख करेंगे. इसमें सात से आठ प्रतिशत का सुनिश्चित रिटर्न होगा.’ गडकरी ने कहा कि सड़क मंत्रालय एक बार फिर बनाओ, चलाओ, स्थानांतरित करो (बीओटी) मॉडल के तहत परियोजनाएं खोलेगा