Mundra Port Drug :
सुगंधित पाउडर के नाम पर 21 हजार करोड़ रुपये की हेरोइन पिछले साल गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर पकड़ी गईथी , तो एजेंसियां सन्न रह गईं। 3000 किलो हेरोइन एक बार में जब्त की गई सबसे बड़ी खेप थी। जांच शुरू हुई और एक-एक कर कड़ियां जुड़ने लगीं। अब गिरफ्तारी भी शुरू हो गई है।
हाइलाइट्स
- अडाणी ग्रुप द्वारा संचालित मुंद्रा पोर्ट पर पिछले साल मिली थी हेरोइन की खेप
- 3000 किलो हेरोइन भारत में एक बार में पकड़ी गई सबसे ज्यादा ड्रग्स थी
- एनआईए ने दिल्ली के बिजनसमैन कबीर तलवार समेत दो को गिरफ्तार किया
3000 किलो हेरोइन पकड़ी गई थी
पिछले साल गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से करीब 3000 किलो हेरोइन जब्त की गई थी। बताया गया था कि समुद्री रास्ते से यह हेरोइन अफगानिस्तान से लाई गई। एनआईए ने पहले दिल्ली के बिजनसमैन तलवार से पूछताछ की और बाद में गिरफ्तार कर लिया।
भारी भरकम हेरोइन की खेप की डिलीवरी और खरीद में कई विदेशी नागरिक भी शामिल थे। रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि कबीर तलवार अफगान नागरिकों के जरिए ड्रग्स खरीद रहा था और दुबई के रास्ते पैसे भेज रहा था। बताया गया है कि रिफाइंड ड्रग्स को कथित तौर पर बिजनसमैन द्वारा सर्कुलेट किया जाता था और ड्रग्स का बाकी हिस्सा पंजाब भेजा जाता था।
एनआईए ने शुरुआत में इस केस की चार्जशीट में 16 आरोपियों का जिक्र किया था। एनआईए के सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि एजेंसी को संदेह है कि इस तस्करी से जुटाए पैसे को अफगानिस्तान भेजकर आतंकी गतिविधियों की फंडिंग की जा सकती थी। इस मामले में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन से कनेक्शन भी जांचा जा रहा है।
मुंद्रा पोर्ट का संचालन अडाणी ग्रुप करता है। उस समय, अडाणी समूह ने कहा था कि मुंद्रा इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल पर पहुंचे दो कंटेनरों से भारी मात्रा में प्रतिबंधित हेरोइन जब्त की गई। देश के किसी भी पोर्ट संचालक के पास कंटेनरों को खोलकर उनकी जांच का अधिकार नहीं होता है इसलिए मामले में उसकी कोई भूमिका नहीं है।