Dushyant Chautala: किसान के खेत मे बारिश के कारण नुकसान का 15000 रुपए प्रति एकड़ मुआवजा जाने कब दिया जाएगा. बताया जा रहा ह की गिरदवारी होने के 2-3 महीने बाद ब मुआवजा आपके खाते मे आ सकता है


किसान को अगर संदेह है की उसकी फसल की गिरदावरी सही नहीं हुई तो वह किसान अपने नजदीकी ग्रामीण सुविधा केंद्र पर जा कर अपनी फसल नुकसान का फोटो लेकर जाए ओर उपलोड करवा दे. पटवारी दोबारा फसल नुकसान की रिपोर्ट तैयार करेगा.


हरियाणा के उपमुख्यमंत्री Dushyant Chautala ने कहा कि पूरे प्रदेश में 5 अगस्त से जलभराव से हुए फसल नुकसान के आकलन को लेकर गिरदावरी करवाई जा रही है. यह गिरदावरी 5 सितंबर तक चलेगी.
यह भी पड़े :UPSC मुख्य परीक्षा का एडमिट कार्ड के संबंध में जारी किया ये मुख्य निर्देश
उन्होंने कहा कि किसान स्वयं भी अपनी फसल नुकसान का ब्योरा अपने नजदकी ग्रामीण सुविधा केंद्र पर जाकर अपलोड करा सकते हैं. खेत में हुई सभी फसलों के नुकसान का मुआवजा 15000 रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाएगा :दिया जाएगा. उपमुख्यमंत्रीDushyant Chautala
सोमवार सिरसा जिला के गांव रामपुरा ढिल्लो और नाथुसरी चोपटा में आयोजित जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जलभराव से खेतों में हुए नुकसान को लेकर सरकार पूरी तरह से गंभीर है. यदि किसान को यह संदेह है कि उसकी गिरदावरी सही नहीं हुई है तो वे मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर जाकर क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी फसल नुकसान का फोटो अपलोड कर दें. पटवारी दोबारा फसल नुकसान की रिपोर्ट तैयार करेगा.
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है. अगर बारिश के कारण किसी भी गरीब किसान के मकान का नुकसान हो गया है तो सरकार उसे 80 हजार रुपये की सहायता रासी प्रदान करेगी और इसके लिए कानून भी बनाया जाएगा, ताकि गरीबों को इसका लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि इस मुआवजा प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए संबंधित उपायुक्त को पावर दी जाएगी, ताकि पात्र व्यक्ति को जल्द से जल्द मिल सके. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पहले केवल बाढ़ के दौरान मकान में हुए नुकसान पर मुआवजे का प्रावधान था और खेत में ट्यूबवेल पर बने कमरे के नुकसान होने पर मुआवजे का तो प्रावधान भी नहीं था.