Thu. Mar 30th, 2023
इनफार्मेशनल पनामा पेपर लीक क्या है
Spread the love

पनामा पेपर लीक मामला क्या है|What is the Panama Papers leak case In Hindi

पनामा पेपर एक international रूप से किया गया Corruption है, जिसकी तफ़सील लगभग 11.5 मिलियन डॉक्यूमेंट(million documents) फाइल के लीक होने से हुआ. यह फाइल panama स्थित एक अपतटीय मोस्सक फोंसेका फर्म से सम्बंधित थी. यह कंपनी कई देशों के लोगों को टैक्स बचाने में ग़ैर कानूनी(illegal) रूप से मदद करती थी. साथ ही अलग-अलग देशों के यहाँ से काफी मात्रा में मनी लौन्ड्रिंग भी करवाती थी. इसी कारण से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीज़ को इस्तीफा भी देना पड़ा था . 

 

images 4

                                                      पनामा पेपर:पनामा पेपर लीक मामला क्या है|

                                              (What is the Panama Papers leak case In Hindi)

पनामा पेपर किस सम्बद्ध में है (Panama paper is related to)

पनामा पेपर विश्व का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय coऑपरेशन है. पिछले एक वर्ष में 80 से अधिक देशों से लगभग 400 पत्रकारों ने और लगभग 100 से अधिक मीडिया संस्थानों ने इन लीक दस्तावेजों के शोध में भाग लिया था . यह दस्तावेज़ किसने ओर कैसे लीक करे हैं, इसका अनुमान लगाना काफी मुश्किल हैं. विश्व स्तरीय मीडिया जैसे BBC, गार्डियन, इन्दिंन एक्सप्रेस आदि ने भी इस घटना की जांच पड़ताल में काफी काम किया है. पत्रकारिता के क्षेत्र में इसे अब तक का सबसे बड़ा लीक मामला माना गया है.

ऑफ शोर लॉ फर्म  ( Offshore Law Firm)

एक ऑफशोर लॉ फर्म एक ऐसा फर्म होती है, जो विश्व के किसी भी आदमी को ऑफशोर कम्पनियां बेचता है. ये शैल कम्पनियां अपने प्रोमोटरों को उनके बिज़नस डीलिंग सम्बंधित सभी जानकारियों को छुपाने का मौक़ा देती है. इस कंपनी के विश्व भर में दर्जन से भी अधिक गुप्त कार्यालय होते हैं. इनका काम ऐसे ऑफशोर कंपनी को बनाना, बेचना और नियंत्रित करना होता है, जिसकी सहायता से इन्हें खूब आर्थिक लाभ प्राप्त होता है और यह लोगों के काले धान को सफ़ेद करने में मदद करता है.

एक शैल कोऑपरेशन ऐसी संसथा है, जिसके अंतर्गत किसी भी तरह का सक्रीय व्यापार नहीं होता और न ही इसके अंतर्गत कोई तय एसेट होता है. यह आवश्यक नहीं है कि कोई शैल कोऑपरेशन ग़ैर कानूनी ही हो. कई बार ये एक स्टार्ट अप के रूप में भी मौजूद होते हैं.

यह लॉ फर्म अपने क्लाइंट को गुप्त रूप से कई अकाउंट बनाने की सुविधा देता है, ताकि उनके पैसे को किसी के द्वारा ट्रैक नहीं किया जा सके. इस तरह से इन अकाउंट का प्रयोग करके लोग मनी लौन्डरिंग की सहायता से अपने काले धन को सफ़ेद कर लेते हैं.

ऐसी ऑफशोरे कम्पनियां किसी व्यक्ति के लिए आसानी से कंपनी शुरू करने, खरीदने और बेचने की सुविधाएं देती हैं. ये बहुत ही कम क़ीमत पर कई तरह की सुविधाएँ अपने क्लाइंट के लिए मुहैया कराती हैं. इसके अंतर्गत महज एक हज़ार डॉलर में कोई व्यक्ति कंपनी ख़रीद सकता है, जिसके डायरेक्टर का नाम भी फेक ही रहेगा. यदि मालिक चाहे तो वो कंपनी के सही शेयर होल्डर का नाम भी दे सकता है.

panama papers leak case today aishwarya rai bachchan will not appear in front ed know what is the matter1

मोस्सैक फोंसेका (Mosaic Fonseca)

यह पनामा स्थित एक लॉ कंपनी है, जो विश्व भर में अपनी शैल कम्पनियां बेचती हैं. आईसीआईजे (इंटरनेशनल कंसोर्सियम ऑफ़ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म) के अनुसार यह संस्था अपने क्लाइंट, ड्रग डीलर, माफिया, भ्रष्ट राजनेता और टैक्स छिपाने वाले लोगों के लिए एक दरवान का काम करती है. जब यह कंपनी ऑफशोर कंपनियों के बेचने के लिए उतरी थी, तब यह विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी कमियाब कंपनी बन गयी थी.

पनामा पेपर लीक किस तरह से हुआ (How did the Panama Papers leak happen)

कुछ वर्ष पहले किसी अनजान और गुमनाम व्यक्ति ने एक जर्मन समाचार एसज़ेड से संपर्क बनाया था और इसी ने सभी इस ऑफशोर लॉ फर्म से आतंरिक गोपनीय दस्तावेज़ निकाल कर इस समाचार पत्र के हवाले कर दिया. यहीं से सारी जानकारियाँ विश्व भर की मीडिया में फ़ैल गयी. इसके अंतर्गत देश विदेश के कई बड़े बड़े नाम शामिल हैं, जिसका खुलासा धीरे धीरे हो रहा है.

लीक डाटा का बिन्दु  (point of leak data)

इस डेटा में मुख्यतः ईमेल, विभिन्न तरह के पीडीऍफ़, फोटो फाइल तथा कंपनी के आतंरिक डेटाबेस का अंश मौजूद था.

इसमें पाए गये दस्तावेजों के अनुसार यह पता चला कि विभिन्न बड़े बैंकों, लीगल फर्म और एसेट मैनेजमेंट कंपनियों द्वारा संचालित यह ऑफशोर कंपनी कैसे विश्व के बड़े और पैसे वाले नाम जैसे राजनेताओं, फीफा ऑफिसियल, कई ड्रग स्मगलर, खिलाड़ी आदि के कालेधन को अश्रय दे रही थी.

पेपर लीक मामला

यह लीक कितनी बड़ी थी

यह लीक विश्व इतिहास में हुए किसी भी लीक से बड़ी और अब तक की सबसे बड़ी लीक थी. इसमें कम से कम 11.5 मिलियन डॉक्यूमेंट, जिसकी साइज़ 2.6 टेट्रा बाईट थी मौजूद थी. इसके अंतर्गत कई तरह की लीक जैसे विकिलीक्स, ऑफशोर लीक, लक्स लीक, स्विस लीक आदि भी सम्मिलित है.

1    पनामा पेपर लीक (2016) : 2.6 टीबी

2   ऑफशोर सीक्रेट लीक (2013) : 260 जीबी

3    स्विस लीक (2015) : 3.3 जीबी

4    विकीलीक (2010): 1.7 जीबी

पनामा पेपर लीक में शामिल लोग (Those involved in the Panama Papers leak)

पनामा पेपर लीक में विश्व भर के कई नाम सामने आये. हालाँकि यह नाम अभी पूरे नहीं हुए हैं. पनामा पेपर लीक के अंतर्गत निकले विशेष नाम है :

.अर्जेंटीना के फुटबॉलर लिओनेल मेस्सी

.हांगकांग के विश्वप्रसिद्ध जैकी चैन.

.अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मौरिसियो मार्की.

.यूनाइटेड अरब अमिरात के खलीफा बिन ज़ायेद एल नहयान.

.युक्रेन के पेत्रोपोरोशेनको.

.चीन के जाने माने नेता जाई जिनपिंग के साले.

.ब्रिटेन के प्रधानमन्त्री डेविड कैमरन के पिता.

इनके अतिरिक्त भी कई लोगों के नाम अब तक इस लीक्स में आगे आये हैं.

भारत से : भारत से लगभग 500 लोगों के नाम इस लीक्स के अंतर्गत लोगों के सामने आये हैं, जिनमें कुछ प्रमुख नाम निम्नलिखित हैं.

aishwarya rai panama paper

इस तरह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हुए बड़े बड़े भ्रष्टाचारों में ये भी एक शामिल है, जिसमें कई ऐसे लोग शामिल थे, जिसे आम लोग अपना आदर्श मान कर उनके द्वारा बताये गये मार्ग पर चलने की कोशिश करते हैं. इस मनी लौन्डरिंग के अंतर्गत कई बड़ी बड़ी हस्तियों के काले शान को सफ़ेद किया जा रहा था.

भारत-चीन सिक्किम विवाद|India, China Sikkim dispute in hindi

By Nishant